Qabool Ae Jurm Karte Hain Sajde Main Gir Kar.
Sazaye Maut Manzoor Hai Par Mohabbat Ab Nahi.
Sazaye Maut Manzoor Hai Par Mohabbat Ab Nahi.
क़ुबूल ऐ जुर्म करते हैं सजदे मैं गिर कर .
सज़ाए मौत मंज़ूर है पर मोहब्बत अब नहीं .
सज़ाए मौत मंज़ूर है पर मोहब्बत अब नहीं .
قبول اے جرم کرتے ہیں سجدے میں گر کر .
سزاے موت منظور ہے پر موحبّت اب نہیں .
سزاے موت منظور ہے پر موحبّت اب نہیں .
Mohabbat Toh Tum Ne Bhi Ki Thi Jaanam.
Magar Ishq Main Saare Jurm Humare Nikle.
Magar Ishq Main Saare Jurm Humare Nikle.
मोहब्बत तो तुम ने भी की थी जानम .
मगर इश्क़ मैं सारे जुर्म हमारे निकले .
मगर इश्क़ मैं सारे जुर्म हमारे निकले .
موحبّت تو تم نے بھی کی تھی جانم .
مگر عشق میں سارے جرم ہمارے نکلے .
مگر عشق میں سارے جرم ہمارے نکلے .
Jurm Kisi Ne Kiya Saza Kisi Ko Sunaai Gai.
Saazish Kisi Ne Ki Cheek Kisi Ki Sunaai Gai.
Saazish Kisi Ne Ki Cheek Kisi Ki Sunaai Gai.
जुर्म किसी ने किया सजा किसी को सुनाई गई .
साज़िश किसी ने की चीक किसी की सुनाई गई .
साज़िश किसी ने की चीक किसी की सुनाई गई .
جرم کسی نے کیا سزا کسی کو سنائی گئی
سازش کسی نے کی چیک کسی کی سنائی گئی .
سازش کسی نے کی چیک کسی کی سنائی گئی .
Mai Tumhe Dekhne Ke Jurm Mai Khai Gireftaar Na Ho Jau.
Ishq Hone Se Pehle Kahi Bimaar Na Ho Jau.
Ishq Hone Se Pehle Kahi Bimaar Na Ho Jau.
मैं तुम्हे देखने के जुर्म मई खाई गिरफ्तार न हो जाऊ .
इश्क़ होने से पहले कही बिमार न हो जाऊ .
इश्क़ होने से पहले कही बिमार न हो जाऊ .
می تمھ دیکھنے کے جرم می کھائی گرفتار نہ ہو جاؤ .
عشق ہونے سے پہلے کہی بیمار نہ ہو جاؤ .
عشق ہونے سے پہلے کہی بیمار نہ ہو جاؤ .
Humne Unhe Jurm Karne Ki Choot Kya Di.
Unhone Hume Apne Hi Jurm Mai Phasa Dia.
Unhone Hume Apne Hi Jurm Mai Phasa Dia.
हमने उन्हें जुर्म करने की छूट क्या दी .
उन्होंने हमे अपने ही जुर्म मै फसा दिए .
उन्होंने हमे अपने ही जुर्म मै फसा दिए .
ہمنے انھ جرم کرنے کی چوٹ کیا دی .
انہونے ہمے اپنے ہی جرم می فسا دیا .
انہونے ہمے اپنے ہی جرم می فسا دیا .