Agar fitrat hamari sehne ki na
hoti toh himmat tumhari bhi
kuch kehne ki na hoti..!!
hoti toh himmat tumhari bhi
kuch kehne ki na hoti..!!
अगर फितरत हमारी सहने की ना
होती तोह हिम्मत तम्हारी भी
कुछ कहने की ना होती।
होती तोह हिम्मत तम्हारी भी
कुछ कहने की ना होती।
اگر فطرت ہماری سہنے کی نہ
ہوتی تو ہمّت تمہاری بھی
کچھ کہنے کی نہ ہوتی
ہوتی تو ہمّت تمہاری بھی
کچھ کہنے کی نہ ہوتی
Sir Jhukane Ki Aadat Nhi Hai,
Aansu Bahane Ki Aadat nhi Hai ,
Hm Kho gaye To Pachtaoge Bahat,
Kyunki Hamari Laut Ke Aane Ki Aadat Nhi Hai....
Aansu Bahane Ki Aadat nhi Hai ,
Hm Kho gaye To Pachtaoge Bahat,
Kyunki Hamari Laut Ke Aane Ki Aadat Nhi Hai....
सर झुकाने की आदत नहीं है,
आँसू बहाने की आदत नहीं है,
हम खो गए तो पछताओगे बहुत,
क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है......!!!
आँसू बहाने की आदत नहीं है,
हम खो गए तो पछताओगे बहुत,
क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है......!!!
سر جھکانے کی عادت نہی ہے
آنسو بہانے کی عادت نہی ہے
ہم کھو گئے تو پچتاؤگے بہت
کیکی ہماری لوٹ کے آنے کی عادت نہی ہے
آنسو بہانے کی عادت نہی ہے
ہم کھو گئے تو پچتاؤگے بہت
کیکی ہماری لوٹ کے آنے کی عادت نہی ہے
Itna Attitude Na Dikha Zindagi Mai taqdeer Badalti Rehti Hai,
Shisha Vahi Rehta Hai ,Par Tasveer Badalti Rehti Hai.
Shisha Vahi Rehta Hai ,Par Tasveer Badalti Rehti Hai.
इतना Attitude न दिखा जिंदगी में तकदीर बदलती रहती है,
शीशा वहीं रहता है, पर तस्वीर बदलती रहती है।
शीशा वहीं रहता है, पर तस्वीर बदलती रहती है।
اتنا اٹھتیتدے نہ دکھا زندگی می تقدیر بدلتی رہتی ہے
شیشہ وہی رہتا ہے پر تصویر بدلتی رہتی ہے
شیشہ وہی رہتا ہے پر تصویر بدلتی رہتی ہے
Tumhaari Zid Bemaani Hai Dil Ne Haar Kab Mani Hai,
Kar Hi Lega Vash Me Tumhe Aadat Isaki Purani Hai..
Kar Hi Lega Vash Me Tumhe Aadat Isaki Purani Hai..
तुम्हारी ज़िद बेमानी है दिल ने हार कब मानी है,
कर ही लेगा वश में तुम्हें आदत इसकी पुरानी है.
कर ही लेगा वश में तुम्हें आदत इसकी पुरानी है.
تمہاری زد بمعنی ہے دل نے ہار کب مانی ہے
کر ہی لگا وش مے تمھ عادت اسکی پرانی ہے
کر ہی لگا وش مے تمھ عادت اسکی پرانی ہے
Hum Vo Nhi Jo Kisi Ke Gam Mai Mar Jaaye,
Hum Toh Vo Samaundar Hai Jo Kahin Bhi Bikhar Jaaye,
Tu Tarasta rehna Chahat Ki Bund Bund Ko,
Hum Vo Badal Hai Jo Pyaar Ban Kar Baras jaaye.
Hum Toh Vo Samaundar Hai Jo Kahin Bhi Bikhar Jaaye,
Tu Tarasta rehna Chahat Ki Bund Bund Ko,
Hum Vo Badal Hai Jo Pyaar Ban Kar Baras jaaye.
हम वो नही जो किसी के गम में मर जाये,
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
ہم وہ نہی جو کسی کے گم می مر جائے
ہم تو وہ سمندر ہے جو کہیں بھی بکھر جائے
تو ترستا رہنا چاہت کی بوند بوند کو
ہم وہ ببادل ہیں جو پیار بن کر برس جائے
ہم تو وہ سمندر ہے جو کہیں بھی بکھر جائے
تو ترستا رہنا چاہت کی بوند بوند کو
ہم وہ ببادل ہیں جو پیار بن کر برس جائے