Attitude Shayari “इसी तेवर के चक्कर में दुनिया हमारी दीवानी है।”
Sher Ghayal Hai Magar Dahadna Nhi Bhula.....
Ek Baar Mai Sau Ko Pchadna nhi bhula.....
Ek Baar Mai Sau Ko Pchadna nhi bhula.....
शेर घायल है मगर दहाड़ना नहीं भूला…
एक बार में सौ को पछाड़ना नहीं भूला…!!
एक बार में सौ को पछाड़ना नहीं भूला…!!
شیر گھیال ہے مگر دھڈنا نہی بھلا
ایک بار می سو کو پچاڈنا نہی بھلا
ایک بار می سو کو پچاڈنا نہی بھلا
Mere Saath Jab Main Khud Khada Hota Hoon,
Tab Main Qayamat Ke Har Toofaan Se Bada Hota Hoon.
Tab Main Qayamat Ke Har Toofaan Se Bada Hota Hoon.
मेरे साथ जब मैं खुद खड़ा होता हूँ,
तब मैं क़यामत के हर तूफ़ान से बड़ा होता हूँ।
तब मैं क़यामत के हर तूफ़ान से बड़ा होता हूँ।
میرے ساتھ جب می خود خڈا ہوتا ہو
تب می قیامت کے ہر توفان سے بڑا ہوتا ہو
تب می قیامت کے ہر توفان سے بڑا ہوتا ہو
Parakh Na sakoge Aisi Shaksiyat Hai Meri,
Mai Unhi Ke Liye Hoo Jo Jaane Kadar Meri.
Mai Unhi Ke Liye Hoo Jo Jaane Kadar Meri.
परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी ,
मैं उन्ही के लिए हूँ जो जाने कदर मेरी।
मैं उन्ही के लिए हूँ जो जाने कदर मेरी।
پرخ نہ سکوگے ایسی شاکسیت ہے میری
می انہی کے لئے ہو جو جانے کدر میری
می انہی کے لئے ہو جو جانے کدر میری
Tu Mere Saath Nahi Chal Koi Baat Nahi,
Lekin Yeh Banda Tere Liye Aansu Bahaye,
Aisi Teri Aukaat Nahi.
Lekin Yeh Banda Tere Liye Aansu Bahaye,
Aisi Teri Aukaat Nahi.
तू मेरे साथ नही चल कोई बात नही,
लेकिन यह बंदा तेरे लिये आँसू बहाए ,
ऐसी तेरी औकात नही।
लेकिन यह बंदा तेरे लिये आँसू बहाए ,
ऐसी तेरी औकात नही।
تو میرے ساتھ نہی چل کوئی بات نہیں
لیکن یہ بندا تیرے لئے آنسو بہے
ایسی تیری اوکات نہیں
لیکن یہ بندا تیرے لئے آنسو بہے
ایسی تیری اوکات نہیں
Hum Vo Nhi Jo Kisi Ke Gam Mai Mar Jaaye,
Hum Toh Vo Samaundar Hai Jo Kahin Bhi Bikhar Jaaye,
Tu Tarasta rehna Chahat Ki Bund Bund Ko,
Hum Vo Badal Hai Jo Pyaar Ban Kar Baras jaaye.
Hum Toh Vo Samaundar Hai Jo Kahin Bhi Bikhar Jaaye,
Tu Tarasta rehna Chahat Ki Bund Bund Ko,
Hum Vo Badal Hai Jo Pyaar Ban Kar Baras jaaye.
हम वो नही जो किसी के गम में मर जाये,
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
ہم وہ نہی جو کسی کے گم می مر جائے
ہم تو وہ سمندر ہے جو کہیں بھی بکھر جائے
تو ترستا رہنا چاہت کی بوند بوند کو
ہم وہ ببادل ہیں جو پیار بن کر برس جائے
ہم تو وہ سمندر ہے جو کہیں بھی بکھر جائے
تو ترستا رہنا چاہت کی بوند بوند کو
ہم وہ ببادل ہیں جو پیار بن کر برس جائے