Kya Batae Tumhe Kitna Yaad Karte Hai ,
Subah Shaam Bs Tmhari Fariyaad Karte Hai ,
Didar ko Tere Din Raat Tadapte hai,
Iss Kadar Tumse Beshumar Pyaar Karte Hai.
क्या बताए तम्हें कितना याद करते है ,
सुबह शाम बस तम्हारी फ़रियाद करते है,
दीदार को तेरे दिन रात तड़पते है ,
इस कदर तुमसे बेशुमार प्यार करते है।
کیا بتاۓ تمھ کتنا یاد کرتے ہے
صوبہ شام بس تمہاری فریاد کرتے ہے
دیدار کو تیرے دن رات تداپتے ہے
اسس کدر تمسے بیشمار پیار کرتے ہے
Dard Seh Kar Bhi Dil Unhe Pyar Karta Hai,
Juda Hokar Bhi Unhe Hi Yaad Karta Hai,
Diye Hai Ishq Me Itne Dard-e-Gum,
Fir Bhi Unhi Ki Khusiyo Ki Fariyad Karta Hai.
दर्द सह कर भी दिल उन्हें प्यार करता है ,
जुदा होकर भी उन्हें ही याद करता है ,
दिए है इश्क़ में इतने दर्द -ए -गम,
फिर भी उन्हीं की खुशियों की फ़रियाद करता है।
درد سہ کر بھی دل انھ پیار کرتا ہے
جدا ہوکر بھی انھ ہی یاد کرتا ہے
دے ہے عشق مے اتنے درد- ے -گم
فر بھی انہی کی خوشیو کی فریاد کرتا ہے
Hum Vo Nhi Jo Kisi Ke Gam Mai Mar Jaaye,
Hum Toh Vo Samaundar Hai Jo Kahin Bhi Bikhar Jaaye,
Tu Tarasta rehna Chahat Ki Bund Bund Ko,
Hum Vo Badal Hai Jo Pyaar Ban Kar Baras jaaye.
हम वो नही जो किसी के गम में मर जाये,
हम तो वो समुंदर हैं जो कहीं भी बिखर जाएं,
तू तरसता रहना चाहत की बूंद बूंद को,
हम वो बादल हैं जो प्यार बन कर बरस जाएं।
ہم وہ نہی جو کسی کے گم می مر جائے
ہم تو وہ سمندر ہے جو کہیں بھی بکھر جائے
تو ترستا رہنا چاہت کی بوند بوند کو
ہم وہ ببادل ہیں جو پیار بن کر برس جائے