Fariyaad Shayari “रब से किसकी करें फ़रियाद”
Use Ku Karte Ho Yaad.
Fir Koi Toh Batae Hume ,
Uske Siva Rab se Kiski Kare Fariyaad.
सब कहते हैं छोड़ के गई है ,
उसे क्यों करते हो याद।
फिर कोई तोह बताए हमें ,
उसके सिवा रब से किसकी करें फ़रियाद।
سب کہتے ہے چھوڈ کے گی ہے
اسے کیوں کرتے ہو یاد
فر کوئی توہ بتاۓ ہمے
اسکی سوا رب سے کسکی کرے فریاد
Saza Hume Ye Kaisi Mili Dil Lagane Ki
Ro Rahe Magar Tamnna Thi Muskurane Ki
Apna Dard Kise Dikhau Aye Dost
Dard Bhi Usine Diya Jo Wajah Thi Muskurane Ki.
Ro Rahe Magar Tamnna Thi Muskurane Ki
Apna Dard Kise Dikhau Aye Dost
Dard Bhi Usine Diya Jo Wajah Thi Muskurane Ki.
सज़ा हमे यह कैसी मिली दिल लगाने की ,
रो रहे मगर तमन्ना थी मुस्कुराने की
अपना दर्द किसे दिखाऊ ए दोस्त
दर्द भी उसीने दिया जो वजह थी मुस्कुराने की।
रो रहे मगर तमन्ना थी मुस्कुराने की
अपना दर्द किसे दिखाऊ ए दोस्त
दर्द भी उसीने दिया जो वजह थी मुस्कुराने की।
سزا ہمے یہ کیسی ملی دل لگانے کی
رو رہی مگر تمنّ تھی مسکرانے کی
اپنا درد کیسے دیکھو ہے دوست
درد بھی اسنے دیا جو وجہ تھی مسکرانے کی
رو رہی مگر تمنّ تھی مسکرانے کی
اپنا درد کیسے دیکھو ہے دوست
درد بھی اسنے دیا جو وجہ تھی مسکرانے کی
Ek Talwar Ki Keemat Hoti Hai Uski Dhaar Se,
Insaan Ki Keemat Hoti Hai Uske Vyavhaar Se.
Insaan Ki Keemat Hoti Hai Uske Vyavhaar Se.
एक तलवार की कीमत होती है उसकी धार से ,
इंसान की कीमत होती है उसके व्यवहार से।
इंसान की कीमत होती है उसके व्यवहार से।
ایک تلوار کی کےمت ہوتی ہے اسکی دھار سے
انسان کی کےمت ہوتی ہے اسکے ویوھار سے
انسان کی کےمت ہوتی ہے اسکے ویوھار سے
Dil se Dil ki Doori Nahi Hoti
Kash Koi Majburi nahi Hoti
Apse Abi Milne ki Tamanna Hai
Lekin Kehte Hain Na ke Har Tamanna Puri Nahi Hoti.
Kash Koi Majburi nahi Hoti
Apse Abi Milne ki Tamanna Hai
Lekin Kehte Hain Na ke Har Tamanna Puri Nahi Hoti.
दिल से दिल की दूरी नहीं होती
काश कोई मजबूरी नहीं होती
आपसे अभी मिलने की तमन्ना है
लेकिन कहते है ना के हर तमन्ना पूरी नहीं होती |
काश कोई मजबूरी नहीं होती
आपसे अभी मिलने की तमन्ना है
लेकिन कहते है ना के हर तमन्ना पूरी नहीं होती |
دل سے دل کی دوری نہی ہوتی
کش کوئی مجبوری نہی ہوتی
آپسے ابھی ملنے کی تمنّا ہے
لیکن کہتے ہے نہ کے ہر تمننا پوری نہی ہوتی
کش کوئی مجبوری نہی ہوتی
آپسے ابھی ملنے کی تمنّا ہے
لیکن کہتے ہے نہ کے ہر تمننا پوری نہی ہوتی
Dard Seh Kar Bhi Dil Unhe Pyar Karta Hai,
Juda Hokar Bhi Unhe Hi Yaad Karta Hai,
Diye Hai Ishq Me Itne Dard-e-Gum,
Fir Bhi Unhi Ki Khusiyo Ki Fariyad Karta Hai.
Juda Hokar Bhi Unhe Hi Yaad Karta Hai,
Diye Hai Ishq Me Itne Dard-e-Gum,
Fir Bhi Unhi Ki Khusiyo Ki Fariyad Karta Hai.
दर्द सह कर भी दिल उन्हें प्यार करता है ,
जुदा होकर भी उन्हें ही याद करता है ,
दिए है इश्क़ में इतने दर्द -ए -गम,
फिर भी उन्हीं की खुशियों की फ़रियाद करता है।
जुदा होकर भी उन्हें ही याद करता है ,
दिए है इश्क़ में इतने दर्द -ए -गम,
फिर भी उन्हीं की खुशियों की फ़रियाद करता है।
درد سہ کر بھی دل انھ پیار کرتا ہے
جدا ہوکر بھی انھ ہی یاد کرتا ہے
دے ہے عشق مے اتنے درد- ے -گم
فر بھی انہی کی خوشیو کی فریاد کرتا ہے
جدا ہوکر بھی انھ ہی یاد کرتا ہے
دے ہے عشق مے اتنے درد- ے -گم
فر بھی انہی کی خوشیو کی فریاد کرتا ہے
Vo Chod Gaya Mujhko Magar Yaad De Gaya ,
Puri Na Ho Sakegi Vo Fariyaad De Gaya ....
Puri Na Ho Sakegi Vo Fariyaad De Gaya ....
वो छोड़ गया मुझको मगर याद दे गया,
पूरी न हो सकेगी वो फरियाद दे गया।
पूरी न हो सकेगी वो फरियाद दे गया।
وہ چھوڈ گیا مجھکو مگر یاد دے گیا
پوری نہ ہو سکےگی وہ فریاد دے گیا
پوری نہ ہو سکےگی وہ فریاد دے گیا