Garibon Ko Hoti Hai Jail ,
Amiron Ko Milti Hai Bail,
Kuch Or Nhi Hai Doston,
Sab Hai Paison Ka Khel.
Amiron Ko Milti Hai Bail,
Kuch Or Nhi Hai Doston,
Sab Hai Paison Ka Khel.
गरीबों को होती है जेल,
अमीरों को मिलती है बेल,
कुछ और नहीं है दोस्तों
सब है पैसों का खेल |
अमीरों को मिलती है बेल,
कुछ और नहीं है दोस्तों
सब है पैसों का खेल |
گریبوں کو ہوتی ہے جیل
امیروں کو ملتی ہے بیل
کچھ ور نہی ہے دوستو
سب ہے پیسوں کا کھل
امیروں کو ملتی ہے بیل
کچھ ور نہی ہے دوستو
سب ہے پیسوں کا کھل
Lipat Jao Phir Ek Baar Gale Hamare,
Koi Deewar Na Rahe Beech Hmare Tumhare,
Lipat Jati Zaroor Agar Zamane Ka Dar Na Hota,
Basa Leti Mai Tumhe Agar Seene Me Ghar Hota.
Koi Deewar Na Rahe Beech Hmare Tumhare,
Lipat Jati Zaroor Agar Zamane Ka Dar Na Hota,
Basa Leti Mai Tumhe Agar Seene Me Ghar Hota.
लिपट जाओ फिर एक बार गले हमारे,
कोई दीवार ना रहे बीच हमारे तुम्हारे,
लिपट जाती जरूर अगर जमाने का डर ना होता,
बसा लेती मैं तुम्हें अगर सीने मैं घर होता।
कोई दीवार ना रहे बीच हमारे तुम्हारे,
लिपट जाती जरूर अगर जमाने का डर ना होता,
बसा लेती मैं तुम्हें अगर सीने मैं घर होता।
لپٹ جاو پھر ایک بار گلے ہمارے
کوئی دیوار نہ رہے بیچ ہمارے تمہارے
لپٹ جاتی ضرور اگر زمانے کا در نہ ہوتا
بسا لیتی می تمھ اگر سینے مے گھر ہوتا
کوئی دیوار نہ رہے بیچ ہمارے تمہارے
لپٹ جاتی ضرور اگر زمانے کا در نہ ہوتا
بسا لیتی می تمھ اگر سینے مے گھر ہوتا
Tere Har Zulm Ka Mere Upar....
Hisaab Tujhko Yaad Dilayenge.....
Qayamat Hone Se Pehle...
Tujhko Har Baar Yeh Ehsas Dilayenge.....
Hisaab Tujhko Yaad Dilayenge.....
Qayamat Hone Se Pehle...
Tujhko Har Baar Yeh Ehsas Dilayenge.....
तेरे हर ज़ुल्म का मेरे ऊपर
हिसाब तुझको याद दिलाएंगे ,
क़यामत होने से पहले
तुझको हर बार यह एहसास दिलाएंगे।
हिसाब तुझको याद दिलाएंगे ,
क़यामत होने से पहले
तुझको हर बार यह एहसास दिलाएंगे।
تیرے ہر ظلم کا میرے اوپر
حساب تجھکو یاد دلاینگے
قیامت ہونے سے پہلے
تجھکو ہر بار یہ احساس دلاینگے
حساب تجھکو یاد دلاینگے
قیامت ہونے سے پہلے
تجھکو ہر بار یہ احساس دلاینگے
Ajeeb zulm Karti Hai teri Yaaden Mujh Par,
So Jaao To Jaga Deti Hai,Aur Jaag Jaao To Rula Deti Hai .....
So Jaao To Jaga Deti Hai,Aur Jaag Jaao To Rula Deti Hai .....
अजीब जुल्म करती है तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊ तो जगा देती है, और जाग जाऊ तो रुला देती है…
सो जाऊ तो जगा देती है, और जाग जाऊ तो रुला देती है…
عجیب ظلم کرتی ہے تیری یادیں مجھ پر
سو جاؤ تو جگا دیتی ہے ، اور جاگ جاؤ تو رولا دیتی ہے
سو جاؤ تو جگا دیتی ہے ، اور جاگ جاؤ تو رولا دیتی ہے
Kaisa Hoga Zindagi Ka Safar,
Iska Bhala Kisko Ilm Hai,
Acchi Guzre Toh Jannat Hai,
Jo Na Guzre Toh Saza-e-Zulm Hai....
Iska Bhala Kisko Ilm Hai,
Acchi Guzre Toh Jannat Hai,
Jo Na Guzre Toh Saza-e-Zulm Hai....
कैसा होगा ज़िन्दगी का सफर ,
इसका भला किसको इल्म है ,
अच्छी गुज़रे तोह जन्नत है ,
जो न गुज़रे तोह सज़ा -ए -ज़ुल्म है।
इसका भला किसको इल्म है ,
अच्छी गुज़रे तोह जन्नत है ,
जो न गुज़रे तोह सज़ा -ए -ज़ुल्म है।
کیسا ہوگا زندگی کا سفر
اسکا بھلا کیسکو علم ہے
اچھی گزرے تو جنّت ہے
جو نہ گزرے تو سزا -ا -ظلم ہے
اسکا بھلا کیسکو علم ہے
اچھی گزرے تو جنّت ہے
جو نہ گزرے تو سزا -ا -ظلم ہے